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गोल्ड कोस्ट (आस्ट्रेलिया)। 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के 10वें दिन आज भारत की अच्छी शुरुआत रही। महिला मुक्केबाजी मैरी कोम के बाद शूटर संजीव राजपूत ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में गोल्ड मेडल निशाना साधा है। भारत के मुक्केबाज गौरव सोलंकी ने स्वर्ण पदक दिलाया है। गौरव ने पुरुषों की 52 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के फाइनल में उत्तरी आयरलैंड के ब्रेंडन इरवाइन को 4-1 से मात देते हुए सोने का तमगा हासिल किया। इससे पहले मैरी कॉम ने महिला मुक्केबाजी की 45-48 किलोग्राम भारवर्ग के स्पर्धा का स्वर्ण अपने नाम कर लिया है। इस दिग्गज मुक्केबाज ने फाइनल में इंग्लैंड की क्रिस्टिना ओ हारा को 5-0 से मात देकर पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में पदक हासिल किया। मैरी कॉम ने पहले राउंड में सब्र दिखाया और मौकों का इंतजार किया। उन्हें मौके भी मिले जिसे उन्होंन अपने पंचों से बखूबी भुनाया। मैरी कॉम अपने बाएं जैब का अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं। मैरी कॉर्म धीरे-धीरे आक्रामक हो रही थीं। दूसरे राउंड में मैरी कॉम ने अपना अंदाज जारी रखा। वहीं क्रिस्टिना कोशिश तो कर रहीं थी लेकिन उनके पंच चूक रहे थे। वहीं मैरी कॉम मुकबला आगे बढऩे के साथ और आक्रामक हो गईं और अब जैब के साथ अपने लेफ्ट हुक का भी अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं। अब वह अपने फुटवर्क का अच्छा इस्तेमाल करते हुए क्रिस्टिना पर दबाव बनाए हुए थीं। तीसरे और अंतिम राउंड में क्रिस्टिना भी आक्रामक हो गई थीं और पांच बार की विश्व चैम्पियन को अच्छी टक्कर दे रही थीं, लेकिन मैरी कॉम ने अपना डिफेंस भी मजबूत रखते हुए जीत हासिल की।
14 Apr, 2018
आगे पढ़ऐगोल्डकोस्ट। बबीता कुमारी को इस बात का ग़म तो था ही कि वो यहां स्वर्ण पदक नहीं जीत पाईं, इस बात का ग़म ज़्यादा था कि पहली बार उनको लड़ते देखने विदेश आने के बावजूद उनके पिता महावीर सिंह फोगाट करारा स्टेडियम में नहीं घुस पाए। और तो और वो टीवी पर भी उन्हें लड़ते हुए नहीं देख पाए। गोल्डकोस्ट में हर खिलाड़ी को अपने परिजनों के लिए दो टिकट दिए गए हैं, लेकिन बबीता को वो टिकट नहीं मिल पाए। जब उन्होंने शेफ़ डे मिशन विक्रम सिसोदिया से शिक़ायत की तो उन्होंने बताया कि पहलवानों के सारे टिकट उनके कोच राजीव तोमर को दिए जा चुके हैं। उन्होंने ख़ुद अपने हाथों से पाँच टिकट तोमर को दिए हैं। तोमर से जब बबीता ने टिकट मांगा तो उनके पास कोई टिकट उपलब्ध नहीं था। महावीर सिंह फोगाट भारत में ख़ुद एक बड़े स्टार हैं, क्योंकि उन्होंने ही फोगाट बहनों को ट्रेनिंग देकर नामी पहलवान बनाया, लेकिन शायद भारतीय कुश्ती अधिकारी उनके इतने बड़े फ़ैन नहीं हैं। यहाँ कई खेल स्टार्स के माता पिता को भारतीय ओलंपिक संघ की तरफ़ से 'एक्रेडिटेशन' तक दिए गए हैं, लेकिन बबीता इस बात से दुखी थीं कि इतनी दूर आने के बावजूद उनके पिता को स्टेडियम के अंदर तक प्रवेश नहीं मिल पाया। आख़िर में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उनकी मदद की और किसी तरह उन्हें एक टिकट दे दिया। लेकिन वो जब तक स्टेडियम के अंदर पहुँच पाते, बबीता का फ़ाइनल मैच समाप्त हो चुका था।
14 Apr, 2018
आगे पढ़ऐगोल्ड कोस्ट। भारत की स्टार शूटर तेजस्विनी सावंत ने अपने अचूक निशाने से देश को 15वां गोल्ड मेडल दिलाया। उन्होंने यह पदक महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में हासिल किया। इन कॉमनवेल्थ खेलों में यह उनका दूसरा पदक है। इससे पहले तेजस्विनी ने भारत को 50 मीटर राइफल प्रोन में सिल्वर मेडल जीता था। तेजस्विनी जो काम 50 मीटर राइफल प्रोन में नहीं कर कर सकी थीं, उसकी भारपाई उन्होंने सूद समेत 50 मीटर राइफल पोजिशन-3 के फाइनल में कर दी। इस इवेंट में उन्होंने कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। फाइनल मुकाबले में तेजस्विनी ने 457.9 अंकों के साथ टार्गेट हिट किए। कॉमनलेल्थ गेम्स में जीते सात पदक 37 साल की तेजस्विनी की गिनती देश के बेहतरीन शूटरों में होती है। उन्होंने पहली बार 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ खेलों में हिस्सा लिया था। तब से लेकर अबतक कॉमनवेल्थ गेम्स में तेजस्विनी शूटिंग की अगल-अलग कैटेगरी में कुल 7 पदक हासिल कर चुकी हैं। इसके अलावा 2009 म्यूनिख वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2010 वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। तेजस्विनी: कॉमनवेल्थ में कब-कब पदक -2018 गोल्डकोस्ट 50m राइफल पोजिशन-3 रैंक-1 -2018 गोल्डकोस्ट, 50m राइफल प्रोन, रैंक- 2 -2010 दिल्ली, पेयर्स 50m राइफल 3 पोजिशन, रैंक- 3 -2010 दिल्ली, 50m राइफल प्रोन, रैंक- 2 -2010 दिल्ली, पेयर्स 50m राइफल प्रोन, रैंक- 3 -2006 मेलबर्न, 10m एयर राइफल , रैंक- 1 -2006 मेलबर्न, पेयर्स 10m एयर राइफल , रैंक-1
14 Apr, 2018
आगे पढ़ऐगोल्डकोस्ट। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में निशानेबाजी में 15 साल के अनीश भनवाला गोल्ड मेडल जीतने वाले सबसे युवा भारतीय बन गए हैं। अनीश ने 30 अंक हासिल कर 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 2014 में ग्लाग्सो में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में ऑस्ट्रेलिया के डेविड चापमैन द्वारा बनाए रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। अनीश टीम के सबसे युवा खिलाड़ी हैं और उन्होंने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स हिस्सा लिया। भले ही अनीश के पास गगन नारंग, जीतू राय, संजीव राजपूत जितना अनुभव नहीं रहा हो, लेकिन अनीश हमेशा अपने फॉर्म में रहे। हाल ही में उन्होंने आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। 25 मीटर रैपिड फायर इवेंट में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले अनीश कॉमनवेल्थ में आने से पहले अपने बोर्ड एग्जाम को लेकर चिंतित थे। इंटरनेशनल कैलेंडर और एग्जाम शेड्यूल एक होने के कारण वे परेशान हो गए थे। कॉमनवेल्थ से पहले उन्हें 19 से 29 मार्च तक होने वाले जूनियर विश्व कप में भाग लेना था लेकिन उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया नहीं तो वे किसी भी पेपर में बैठ नहीं पाते। उन्होंने सीबीएसई को पत्र लिखकर निवेदन किया कि बोर्ड समय निकलने के बाद भी पेपर देने की अनुमति दे जिसके बाद बोर्ड ने एक पेपर के लिए उन्हें अनुमति दे दी। पिछले साल 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में अनीश का नाम उभर कर सामने आया। नवंबर में अनीश ने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में ओलिंपियन गुरप्रीत सिंह को काफी पीछे छोड़ते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। वहीं जून में वे विश्व रिकॉर्ड के साथ जूनियर वर्ल्ड चैंपियन बने थे। अनीश ने चैंपियनशिप के पहले दिन 579 शॉट्स के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के साथ ही गोल्ड जीता था।
14 Apr, 2018
आगे पढ़ऐगोल्डकोस्ट। देश के दो एथलीट ट्रिपल जंपर राकेश बाबू और पैदल चाल धावक इरफान कोलोतुम थोदि डोपिंग को 'नो नीडल्स' नीति उल्लंघन करने पर ऑस्ट्रेलिया के गोल्डकोस्ट में जारी राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने से रोक दिया गया है। उन्हें वापस भेजा जाएगा। राष्ट्रमंडल खेलों के संघ ने यह जानकारी दी। संघ के अध्यक्ष लुइस मार्टिन ने कहा कि एथलिट और तीन सदस्यीय अधिकारी बुधवार को इस संबंध में सुनवाई के लिए राष्ट्रमंडल खेल संघ के समक्ष पेश हुए थे। 'नो नीडल्स' नीति के तहत इन एथलीटों के खेलों में भाग लेने पर रोक लगा दी गई है और इन्हें वापस भेजा जाएगा।
14 Apr, 2018
आगे पढ़ऐगोल्ड कोस्ट। ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स का आज 9वां दिन है। 8वां दिन भारत के रेसलर्स के नाम रहा। 8वें दिन भारत ने रेसलिंग में 2 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। 8 दिन खत्म होने पर भारत पदक तालिका में तीसरे नंबर पर बना हुआ है। भारत ने 8 दिन में 14 गोल्ड, 7 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। पदक तालिका में 63 गोल्ड के साथ ऑस्ट्रेलिया पहले, जबकि 28 गोल्ड के साथ इंग्लैंड दूसरे नबंर पर है। 9वें दिन भारत को मुक्केबाजों से मेडल की उम्मीदें हैं। मैन्स 97 फ्रीस्टाइल के फाइनल में भारत के मौसम खत्री हार गए। मौसम खत्री को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा है। साउथ अफ्रीका के माटिक एरामुस ने इस इवेंट का गोल्ड मेडल जीता। सेमीफाइनल मुकाबले में हारने के बाद भारत की दिव्या काकरन ने फ्रीस्टाइल के 68 किलोग्राम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। ब्रॉन्ज के लिए हुए मुकाबले में दिव्या ने बांग्लादेश की शिरीन सुल्ताना को मात देकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया है। वीमन फ्रीस्टाइल के 57 किलोग्राम कैटेगरी में पूजा को सिल्वर मेडल मिला है। फाइनल मुकाबले में पूजा को नाइजीरिया की ओडूनाया ने हरा दिया। मैन्स फ्री स्टाइल 65 किलोग्राम कैटेगरी में भारत के बजरंग पूनिया ने गोल्ड मेडल जीत लिया है। भारत के बजरंग पूनिया के सामने वेल्स के केन को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। बजरंग के गोल्ड के बाद भारत के खाते में कुल 17 गोल्ड हो गए हैं।
14 Apr, 2018
आगे पढ़ऐनई दिल्ली। कॉमनवेल्थ गेम्स में आज नौवें दिन भारतीय महिला निशानेबाज तेजस्विनी सावंत ने भारत को 15वां गोल्ड पदक दिलाया है। तेजस्विनी ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल पोजीशन-3 के फाइनल में पहला स्थान हासिल कर गोल्ड पर कब्जा जमाया और इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड भी बनाया। आपको बता दें कि इसी स्पर्धा में भारत की एक अन्य भारतीय बेटी अंजुम मोदगिल ने दूसरा स्थान हासिल कर रजत पदक जीता है। तेजस्विनी ने कुल 457.9 अंक हासिल करते हुए राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया, वहीं अंजुम ने 455.7 अंकों के साथ रजत पदक जीता। स्कॉटलैंड की सियोनेड मिकतोश को 444.6 अंकों के साथ कांस्य पदक हासिल हुआ है।
13 Apr, 2018
आगे पढ़ऐमेरठ। देश की पहली और स्टार डिस्कस थ्रोअर महिला खिलाड़ी सीमा पूनिया कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक से चूक गईं। उन्होंने लगातार चौथे कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीतकर साबित कर दिया है कि उनमें अभी काफी खेल बाकी है। कंकरखेड़ा निवासी सीमा पूनिया ने पटियाला में आयोजित सीनियर फेडरेशन एथलेटिक्स स्पर्धा में रिकॉर्ड 61.05 मीटर दूरी नापकर कॉमनवेल्थ का टिकट हासिल किया था। कॉमनवेल्थ गेम्स में वह अपना यह प्रदर्शन कायम नहीं रख सकीं और पहले ही प्रयास में 60.41 मीटर की दूरी नापकर रजत पदक की दावेदार बनीं। हालांकि सीमा इस प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया की डालनी स्टीवंस के 68.28 मीटर के नए गेम्स रिकॉर्ड से काफी पीछे रहीं। सीमा ने रजत पदक जीतने की दूरी पहले ही प्रयास में हासिल कर ली थी लेकिन बाद के प्रयासों में उसी दूरी को पार नही कर सकीं। दूसरी बार उन्होंने 59.57 मीटर दूरी नापी। तीसरा फाउल फेकने के बाद चौथे प्रयास में 58.54 मीटर फेंका। पांचवां फिर फाउल हो गया और छठे प्रयास में भी वे 58.90 मीटर से आगे नही बढ़ सकीं। चौथे कॉमनवेल्थ गेम्स में जाने से पूर्व सीमा ने स्वर्ण पदक को लक्ष्य बनाया था। उन्होंने इस गेम्स में भी पदक जीतकर लौटने का वादा किया था। उनका चौथा कॉमनवेल्थ गेम्स अंतिम होगा या नही? जवाब में सीमा कहती हैं, गेम्स में प्रदर्शन और उनमें शेष बचे खेल का मूल्यांकन करने के बाद वह इस बात का निर्णय लेंगी। सीमा पूनिया ने अपने 16 साल पहले के प्रदर्शन को इस गेम्स में भी कायम रखा। इससे पहले सीमा ने 2006 मेलबर्न में रजत, 2010 दिल्ली में कांस्य और 2014 ग्लैस्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता था। वहीं 2014 के इंचियोन एशियन गेम्स में भी 61.03 मीटर दूरी नापते हुए स्वर्ण पदक जीता था। सीमा का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 2004 में 64.84 मीटर रहा, जो लंबे समय तक नेशनल रिकॉर्ड रहा। कामनवेल्थ गेम्स में कुश्ती में आज दिव्या काकरान का मुकाबला है। 19 साल की दिव्या काकरान की 68 किलो भार वर्ग में मजबूत दावेदारी है। महिला टीम की कोच अलका तोमर ने बताया कि महिला टीम का प्रदर्शन और तैयारी बेहतर है। गुरुवार को कुश्ती में महिला टीम ने दो मेडल और पुरुष वर्ग में दो मेडल मिलने से सभी का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है।
13 Apr, 2018
आगे पढ़ऐगोल्ड कोस्ट (ऑस्ट्रेलिया)। भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और रुत्विका गाडे ने यहां जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के आठवें दिन आज महिला एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। सिंधु ने स्थानीय खिलाड़ी सुआन यु वेंडी चेन को 21-15, 21-9 से मात देकर क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। क्वार्टर फाइनल में सिंधु का सामना कनाडा की ब्रिटनी टैम से होगा। एक और एकल वर्ग के मुकाबले में रुत्विका ने सिंगापुर की जिन मिन येओ को 21-10, 21-23, 21-10 से मात दी। यह मैच 55 मिनट तक चला। इससे पहले भारत के शीर्ष पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत ने भी एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। कैरारा स्पोटर्स ऐरेना पर खेले गए मैच में श्रीलंका के निलुका करुणारत्ने को 21-10, 21-10 से मात देकर अंतिम-8 में जगह बनाई। वर्ल्ड नंबर-2 श्रीकांत को यह मुकाबला जीतने में खास परेशानी नहीं हुई। उन्होंने पहले गेम में 10-3 की बढ़त ले ली थी। इस बढ़त को उन्होंने 16-8 किया और फिर 21-10 से गेम अपने नाम कर ले गए। श्रीकांत ने दूसरे गेम की भी शानदार शुरुआत की और 4-1 की बढ़त ले ली। भारतीय खिलाड़ी ने ब्रेक तक श्रीलंकाई खिलाड़ी को 11-6 से पीछे कर दिया था। ब्रेक के बाद श्रीकांत ने अपना दबदबा जारी रखा और 21-10 से ही दूसरा गेम भी जीत मैच अपने नाम कर ले गए।
13 Apr, 2018
आगे पढ़ऐगोल्ड कोस्ट (ऑस्ट्रेलिया)। भारत के टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ और साथियान गणाशेखरन ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए यहां 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में आठवें दिन गुरुवार को पुरुष एकल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। शरथ और साथियान ने अंतिम-16 दौर में खेले गए अपने-अपने मैचों में जीत हासिल की। शरथ ने ओक्सनफोर्ड स्टूडियोज में खेले गए अंतिम-16 दौर में आस्ट्रेलिया के हेमिंग हु को 4-1 (11-8, 12-10, 8-11, 11-6,11-5) से मात देकर अंतिम-8 में जगह बनाई है। क्वार्टर फाइनल में अब शरथ का सामना इंग्लैंड के लियाम पिचफोर्ड से होगा। इसके अलावा, एक अन्य अंतिम-16 दौर के मुकाबले में साथियान ने नाईजीरिया सेगुन टोरियोला को पहले गेम में 11-7 से हराया। यहां सेगुन रिटायर्ड हर्ट हो गए थे और ऐसे में साथियान ने सीधे क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। इस बीच मनिका बत्रा और मौमा दास ने गुरुवार को टेबल टेनिस की महिला एकल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। वहीं मधुरिका पाटकर प्री-क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई हैं। मनिका ने प्री-क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया की ट्रेसी फेंग को 4-1 से मात दी। वहीं मधुरिका को प्री क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड की केली सिबले ने 4-2 से हराया। क्वार्टर फाइनल में मनिका का सामना सिंगापुर की यिहान झाउ से होगा। मनिका ने पहले दो गेम 11-6, 11-6 से अपने नाम किए, लेकिन तीसरे गेम में उन्हें 9-11 से मात खानी पड़ी। मनिका ने वापसी की और 11-9, 11-7 से अगले दो गेम जीत क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। वहीं मधुरिका ने पहले दो गेम 9-11, 8-11 से मात खाने के बाद तीसरा गेम 11-2 से जीता, लेकिन वो चौथा गेम 3-11 से हार गईं। पांचवां गेम उन्होंने 11-8 से जीता लेकिन आखिरी गेम 11-6 से हार गईं। मौमा ने इंग्लैंड की टिन टिन हो को मात दी। उन्होंने यह मैच कड़े संघर्ष के बाद 4-3 से जीता। मौमा ने राउंड-16 के मैच में टिन को पहले गेम में 11-7 से हरा दिया लेकिन अगले दो गेम 7-11, 9-11 से हार गईं। उन्होंने हालांकि बाक के गेम 11-8, 11-13, 11-7, 11-8 से जीत अगले दौर में प्रवेश किया।
13 Apr, 2018
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