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Previousपाकिस्तान का मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन या सर्वाधिक तरजीही देश) का दर्जा खत्म होने से वह संकट के वक्त भारत से सस्ते दामों पर सामान नहीं मंगा सकेगा। भारत उसके सामानों पर भारी आयात शुल्क लगा सकेगा और उससे आयात के कोटे को न्यूनतम भी कर सकेगा। पाकिस्तान की भारत के खुले बाजार में पहुंच खत्म हो जाएगी। दरअसल, पिछले एक दशक में संकट के वक्त पाकिस्तान ने भारत से आलू, प्याज, टमाटर, चीनी और चावल जैसे तमाम उत्पादों का आयात किया है। वाघा बार्डर के जरिये पाकिस्तान को ये सामान काफी सस्ता पड़ा था। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड में वैश्विक व्यापार विशेषज्ञ राकेश मोहन जोशी ने कहा कि भारत ने तरजीही राष्ट्र के दर्जे पर सोचासमझा फैसला लिया है, क्योंकि भारत का निर्यात पाक से हो रहे आयात से ज्यादा है। भारत पाकिस्तान से फल, सीमेंट, चमड़ा, केमिकल और मसालों का आयात करता है। जबिक लोहा, स्टील, सब्जियों, कपास, डाई आदि का निर्यात करता है।
भारत को नुकसान नहीं पाकिस्तान से व्यापार अगर शून्य स्तर पर भी आ जाता है तो भारत को कोई नुकसान नहीं होगा। भारत और पाक का व्यापार भारत के कुल व्यापार का महज 0.40 फीसदी हिस्सा ही है। पाक भारत के दस फीसदी उत्पादों के आयात को ही मंजूरी देता है। जबकि भारत पाकिस्तान के 99 फीसदी उत्पादों पर कोई रोक नहीं लगाता है। वर्ष 2017-18 में पाक को 1.9 अरब डॉलर का निर्यात किया गया, जबकि 50 लाख डॉलर का आयात हुआ। विश्व बैंक के मुताबिक, अगर शांति रहे द्विपक्षीय व्यापार 15 गुना बढ़कर 37 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
पाक से एमएफएन का दर्जा छीने से उसकी अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगेगा, जो पहले ही लड़खड़ा रही है। जबकि भारत की पाकिस्तान के बाजार पर निर्भरता नहीं है और आसानी से वह मध्यपूर्व के देशों का रुख कर सकता है। -राजीव कुमार, नीति आयोग के उपाध्यक्ष
संकट के समय फैलाया हाथ
2014 जुलाई : दो हजार टन आलू का रोजाना निर्यात हुआ पाक को अटारी वाघा बार्डर से, पाक में आलू के दाम 40-50 रुपये होने के बाद
2015 अगस्त : भारत ने प्याज की कमी को देखते हुए पाकिस्तान से रोजाना एक हजार टन प्याज आयात पाक से आयात को मंजूरी दी
2010-16 जुलाई : भारत ने 6 साल में पाक से 87 लाख टन नमक का आयात किया। इसमें ज्यादा मात्रा व्रत और त्योहार में इस्तेमाल सेंधा नमक की है। वहीं भारत ने उसे करीब 50 लाख टन सादा नमक का निर्यात किया।
2016-17 अक्तूबर : दो लाख टन टमाटर हर साल गुजरात से पाकिस्तान को निर्यात होता है। 2017 में तनाव बढ़ने के बाद पाक ने प्रतिबंध लगा दिया।
2012 फरवरी : पाक ने संकट के वक्त पहली बार भारत से चावल आयात किया। 2500 टन चावल की पहली खेप 17 फरवरी को भेजी गई।